Naat-e Paak In Hindi Lyrics Naate Mustafa Sunkar Rooh jab Machalti hai
" नात -ए मुस्तफा सुनकर रूह जब मचलती है "
नात -ए मुस्तफा सुनकर रूह जब मचलती है !
आशिकों के चेहरे से चांदनी निकलती हैं !!
उनके सदके खाते हैं उनके सदके पीते हैं !
मुस्तफा की चौखट से कायनात पलती है !!
थामकर सहेदी की रहमतों की ऊंगली को !
जन्नते मुहब्बत में जिंदगी टहलती है !!
काश वो नजर आते खवाब के तरीके से !
मेरी दी-दये हसरत पहरों आँख मलती है !!
लफ्ज -ए कून के जलवे में मुस्तफा का जलवा हैं !
नूरे मुस्तफा -ई में कायनात ढ़लती है !!
नात -ए मुस्तफा सुनकर रूह जब मचलती है !
आशिकों के चेहरे से चांदनी निकलती हैं !!
उनके सदके खाते हैं उनके सदके पीते हैं !
मुस्तफा की चौखट से कायनात पलती है !!
थामकर सहेदी की रहमतों की ऊंगली को !
जन्नते मुहब्बत में जिंदगी टहलती है !!
काश वो नजर आते खवाब के तरीके से !
मेरी दी-दये हसरत पहरों आँख मलती है !!
लफ्ज -ए कून के जलवे में मुस्तफा का जलवा हैं !
नूरे मुस्तफा -ई में कायनात ढ़लती है !!
Masha allah
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