Faslon Ko takalluf hai humse agar. Ham bhi Bebas nahin besahara nahin. very Beautiful NaatS Sharif in Hindi lyrics.
Faslon Ko takalluf hai humse agar. Ham bhi Bebas nahin besahara nahin. very Beautiful NaatS Sharif in Hindi lyrics.
फासलों को तकल्लुफ है हमसे अगर ।
हम भी बेबस नहीं बेसहारा नहीं ।
खुद उन्हीं को पुकारेंगे हम दूर से ।
रास्ते में अगर पांव थक जाएंगे ।
हम मदीने में तनहा निकल जाएंगे ।
और गलियों में कसदन भटक जाएंगे ।
हम वहां जाकर वापस नहीं आएंगे ।
ढूंढते -ढूंढते लोग थक जाएंगे ।
फासलों को तकल्लुफ है हमसे अगर ।
हम भी बेबस नहीं बेसहारा नहीं ।
जैसे ही सब्ज गुंबद नजर आएगा ।
बंदगी का करीना बदल जाएगा ।
सर झुकाने की फुर्सत मिलेगी किसे ।
खुद ही पलकों से सजदे टपक जाएंगे ।
नामें आका जहां भी लिया जाएगा ।
जिक्र उनका जहां भी किया जाएगा ।
नूर ही नूर सीनों में भर जाएगा ।
सारे महफिल में जलवे लपक जाएंगे ।
फासलों को तकल्लुफ है हमसे अगर ।
हम भी बेबस नहीं बेसहारा नहीं ।
ऐ मदीने के जाहिर खुदा के लिए ।
दास्ताने सफर मुझको यूं मत सुना ।
बात बढ़ जाएगी दिल तरप जाएगा ।
मेरे मोहतात आंसू छलक जाएंगे ।
उनकी चश्मे करम को है इसकी खबर ।
किस मुसाफिर को कितना शौक -ए सफर ।
हमको इकबाल जब भी इजाजत मिली ।
हम भी आका के दरबार तक जाएंगे ।
फासलों को तकल्लुफ है हमसे अगर ।
हम भी बेबस नहीं बेसहारा नहीं ।
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